जादू का किला ,रहस्य कथा
किसी भी दोस्त ने उसकी बात नहीं मानी क्योकि सभी अंदर ही थे और अलग – अलग छुपे हुए थे पर उन्होंने ने उसे अंदर आते नहीं देखा था इसलिए वह उसकी बात कैसे मानते पर ढूढ़ने वाले को तो पता था की वह अंदर गया था पर वहा पर कोई नहीं था आज भी यह बात आते ही वह सोचने लगता है लेकिन इस बात का जवाब किसी के पास नहीं है दोस्तों कुछ जगह ऐसी ही होती है जिनके बारे में किसी को भी ज्ञान नहीं होता है क्योकि व्हा पर रहस्य छुपा हुआ है
जादू का किला ,रहस्य कथा
ये बात उस जादू के किले की है जिसके बारे में किसी को पता नहीं था जब कुछ दोस्त उस जादू के किले में गए तो उन्हें पता चला की यह किला जादू का है लेकिन इससे पहले कोई नहीं जानता था की इस किले में भी कोई रहस्य हो सकता है रहस्यों का पता बहुत ही बाद में चलता है
जब कुछ दोस्त उस किले के बारे में बात कर रहे थे और आपस में उन्होंने ने कहा की यह किला बहुत ही पुराना है और बहुत साल हो गए है अब यह खंडर से कम नहीं है यह किला अब ज्यादा मजबूत नहीं था कुछ दीवारे भी अब गिर चुकी थी कोई उस जगह अब जाता भी नहीं है अब वह इतना अच्छा दीखता भी नहीं है सभी दोस्त आपस में खेलते हुए एक खेल खेल रहे थे वह खेल आपने अपने बचपन में जरूर खेला होगा एक व्यक्ति दूसरे को ढूढ़ता है बाकि सब छिप जाते है हमने भी यही खेल अपने बचपन में खेला था जब सभी लोग चुप गए तो एक को उन्हें ढूढ़ना
जब उनमे से एक उन्हें ढूढ़ने आया तो सभी लोग छिपे हुए थे छिपने की जगह भी उन्होंने उसी किले में जाने की सोची जो अब बंद पड़ चुका था उसने सभी को आवाज लगायी पर कोई भी नहीं बोला उस किले में अंदर की और काफी ठण्ड लग रही थी और गर्मी में ठण्ड का लगना ये बात किसी को भी समझ नहीं आती है, उस किले में ज्यादा छुपने की कोई जगह नहीं थी सभी दोस्त अंदर ही छुपे हुए थे पर अगर गजब की बात यह थी की कोई भी उसे नज़र नहीं आ रहा था ऐसा लग रहा था की कोई अंदर नहीं है सारी दीवारे वह देख चुका था पर अंदर कोई नहीं था जब दस मिनट हो गयी और कोई नहीं मिला तो वह बहार आ गया था
अब वह यह सोच रहा था की सब कहा गए जबकि अंदर कोई नहीं था ऐसा लग रहा था की सब गायब हो चुके है अब उसे डर लग रहा था की कोई नहीं मिला तो क्या होगा अब वह बहार ही बैठ गया और जब आधा घंटा बीत गया था तभी सभी दोस्त बहार आ गए पर ऐसा कैसे हो सकता था उसने पूरा किला जोकि इतना बड़ा नहीं था देख लिया तो कोई भी अंदर नहीं था उसने पूछा की तुम कहा छुपे हुए तो उसकी बात को नज़र अंदाज़ किया और कहा की ये बताओ की तुम हमे ढूढ़ने क्यों नहीं आये उसने कहा की में अंदर आया था पर कोई भी नहीं था वहा पर,
जादू का किला ,रहस्य कथा , किसी भी दोस्त ने उसकी बात नहीं मानी क्योकि सभी अंदर ही थे और अलग – अलग छुपे हुए थे पर उन्होंने ने उसे अंदर आते नहीं देखा था इसलिए वह उसकी बात कैसे मानते पर ढूढ़ने वाले को तो पता था की वह अंदर गया था पर वहा पर कोई नहीं था आज भी यह बात आते ही वह सोचने लगता है लेकिन इस बात का जवाब किसी के पास नहीं है दोस्तों कुछ जगह ऐसी ही होती है जिनके बारे में किसी को भी ज्ञान नहीं होता है क्योकि व्हा पर रहस्य छुपा हुआ है जिसका पता शहीद ही कोई लगा पाए.